
ना करते शिकायत ज़माने से कोई,
अगर मनाने से मान जाता कोई.
किसी को क्यों याद करता कोई?
अगर भुलाने से भूल जाता कोई?
जुगनू को कैद कर के मुस्कुराया ना करो,
रोशनी की खातिर किसी का घर जलाया ना करो,
दिल पे अब इतने सितम भी धाया ना करो,
जो याद नही करना तो तुम याद भी आया ना करो.
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